लेम्बोर्गिनी में घुमादें रे
ओह नंदी के वीरा
कोटि रोहतक माई बनवाडे रे
ओह नंदी के वीरा
सैंडल गुच्ची की दिलवा दे रे
ओह नंदी के वीरा
वर्ल्ड टूर कराडे रे
ओह नंदी के वीरा
ओह नंदी के वीरा
लेम्बोर्गिनी में घुमादें रे
ओह नंदी के वीरा
कोटि रोहतक माई बनवाडे रे
ओह नंदी के वीरा
सैंडल गुच्ची की दिलवा दे रे
ओह नंदी के वीरा
वर्ल्ड टूर कराडे रे
ओह नंदी के वीरा
ओह नंदी के वीरा, छोड दे
छोड दे लैम्बोर्गिनी चल हरियाणा
जोहता भुग्गी तैयर खादी ऐ
खुल जाएंगे भाग तेरे
तेरी सासु मां भी दिलदार घनी है
फॉर्च्यूनर महरी बहार खादी है
आजा तन्ने वर्ल्ड टूर करा दूं
महरे गम मैं मिलता नी पिज्जा
सरसो का साग खावा दूं
तन्ने शहर मैं खेले ना होंगे
आजा तन्ने इसी खेल खिला दूं
महरे गम की बात निराली
आजा तन्ने म्हारा गम दीखा दूं
लेम्बोर्गिनी में घुमादें रे
ओह नंदी के वीरा
कोठी रोहतक मैं बनवाडे रे
ओह नंदी के वीरा
सैंडल गुच्ची की दिलवा दे रे
ओह नंदी के वीरा
वर्ल्ड टूर कराडे रे
ओह नंदी के वीरा
सरसो का साग मक्के की रोटी
गिल मैं छाछ यो से म्हारा खाना k
चले से हुक्का सांझ ने
घर मैं यो से हरियाणा
फूंक डी जींस टॉप
पठानी सूट सीमा दूं
छोड दे गुच्ची सुची
बता की हील दीवा दूं
भूल जाएगी स्ट्रॉबेरी ने
चल तने सेहतूत खावा दूं
बोर तू होवे मत ना
खत्री की बीट बाजा दूं
लेम्बोर्गिनी में घुमादें रे
ओह नंदी के वीरा
कोठी रोहतक मैं बनवाडे रे
ओह नंदी के वीरा
सैंडल गुच्ची की दिलवा दे रे
ओह नंदी के वीरा
वर्ल्ड टूर कराडे रे
ओह नंदी के वीरा
खत्री की बीट रे…